टाटानगर रेलवे क्षेत्र में अतिक्रमण पर बड़ी कार्रवाई की तैयारी, 300 से अधिक मकान ढहेंगे — नोटिस जारी, लोगों में हड़कंप

जमशेदपुर के टाटानगर रेलवे क्षेत्र में रेलवे प्रशासन ने अवैध कब्जों के खिलाफ बड़े अभियान का एलान किया है। रेलवे ने करीब 300 से अधिक मकान मालिकों को नोटिस जारी करते हुए जमीन खाली करने का आदेश दिया है। अधिकारियों के अनुसार, नवंबर के अंतिम सप्ताह से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू हो सकती है।
रेलवे द्वारा साफ किया गया है कि यदि लोग स्वयं मकान नहीं हटाते हैं, तो कच्चे और पक्के दोनों तरह के निर्माण पर बुलडोज़र चलाया जाएगा। नोटिस मिलने के बाद वर्षों से रेलवे की जमीन पर रह रहे परिवारों में हड़कंप मच गया है।
सोलर प्लांट प्रोजेक्ट के लिए जमीन खाली होगी
टाटानगर रेल क्षेत्र में रेलवे की ओर से सोलर प्लांट लगाने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए रेलवे लाइन किनारे 550 मीटर जमीन की जरूरत है। इस परियोजना के तहत दक्षिण-पूर्व रेलवे जोन में कुल 339 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य है, जिससे रेलवे को बिजली खर्च में भारी बचत होगी।
लेकिन चिन्हित क्षेत्र में अवैध मकान होने के कारण पहले भूमि को खाली कराया जाएगा। लोको क्रॉसिंग से सलगाझुड़ी केबिन तक मछुआ पाड़ा और हरिजन बस्ती के करीब ढाई से तीन सौ परिवारों को नोटिस जारी किया गया है।
स्टेशन पुनर्विकास योजना के तहत भी हटेगा अतिक्रमण
टाटानगर रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय मॉडल स्टेशन में बदलने की तैयारी भी तेज है। इसके तहत बर्मामाइंस, जुगसलाई, खासमहल और कीताडीह रोड के आसपास बने अवैध निर्माणों को भी हटाया जाएगा।
लोको कॉलोनी क्षेत्र में नई वॉशिंग लाइन और झारखंड नगर में नई ट्रेन लाइन बिछाने की योजना के तहत भी अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
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