खूंटी जिले के रानिया थाना प्रभारी पर मेले के निरीक्षण के दौरान हमला

खूंटी जिले के लोहागढ़ा बाजार मेले में रविवार दोपहर करीब 3 बजे निरीक्षण के दौरान एक अप्रत्याशित हिंसक घटना सामने आई। रानिया थाना प्रभारी विकास कुमार जायसवाल पर नशे में धुत युवकों के एक समूह ने हमला कर दिया। पुलिस टीम उस समय मेले में हड़िया (स्थानीय चावल से बनी शराब) की बिक्री रोकने और भीड़ नियंत्रण का कार्य कर रही थी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब पुलिस ने अवैध शराब बिक्री रोकने का प्रयास किया तो कुछ युवक भड़क गए और उन्होंने पुलिसकर्मियों से झगड़ा शुरू कर दिया। स्थिति देखते-देखते नियंत्रण से बाहर हो गई और कुछ युवकों ने थाना प्रभारी को घेरकर लाठी-डंडों और मुक्कों से हमला कर दिया। इस हमले में जायसवाल के सिर पर गंभीर चोट आई।
कांस्टेबलों की तत्परता से बची जान
साथ मौजूद पुलिसकर्मियों ने तत्काल हस्तक्षेप कर थाना प्रभारी को भीड़ से बाहर निकाला और पास के अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने उनके सिर पर टांके लगाए और वर्तमान में उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है। यह घटना स्थानीय मेलों में बढ़ती भीड़-हिंसा और शराब सेवन की प्रवृत्ति को लेकर चिंता का विषय बन गई है।
जिला पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है। वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज किए। पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि “ड्यूटी के दौरान अधिकारी पर हमला करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
स्थानीय परिप्रेक्ष्य: परंपरा और कानून के बीच टकराव
खूंटी क्षेत्र अपने पारंपरिक मेलों और उत्सवों के लिए जाना जाता है, जहां हड़िया जैसे स्थानीय पेय का सेवन आम बात है। प्रशासनिक स्तर पर इस पर रोक होने के बावजूद इसकी बिक्री और सेवन जारी रहता है। ऐसी परिस्थितियों में कानून-व्यवस्था बनाए रखना पुलिस के लिए चुनौती बन जाता है। रविवार की घटना इस बात का संकेत है कि सांस्कृतिक परंपराओं और कानूनी दायित्वों के बीच सामंजस्य की आवश्यकता अब पहले से अधिक महसूस की जा रही है।
प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए मेलों में अतिरिक्त सुरक्षा बल और गश्ती दल तैनात किए जाएंगे।
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