मगध परियोजना में फर्जी लोडर स्लिप से कोयला तस्करी का खुलासा, दो ट्रक जब्त—पुलिस-सीसीएल की संयुक्त कार्रवाई

बालूमाथ: सेंट्रल कोलफील्ड लिमिटेड (CCL) की मगध परियोजना में गुरुवार को फर्जी लोडर स्लिप के सहारे की जा रही कोयला तस्करी का बड़ा मामला सामने आया है। पुलिस और सीसीएल की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए दो ट्रकों को कोयला लदे हुए ही पकड़ लिया। दोनों वाहनों को जब्त कर शुक्रवार को बालूमाथ थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई।
दर्ज एफआईआर के अनुसार, मगध कोलियरी के स्टॉक नंबर 44 से फर्जी दस्तावेज दिखाकर दो ट्रकों पर कोयला लादा गया था। पकड़े गए वाहनों के पंजीकरण नंबर JH 19B-6175 और JH 02AN-2860 हैं। दोनों ट्रकों में लगभग 60 टन कोयला भरा हुआ था, जिसकी अनुमानित कीमत करीब तीन लाख रुपये बताई गई है। जब्त ट्रकों को अमरवाडीह पुलिस पिकेट में सुरक्षित रखा गया है।
पूछताछ में लोडर संख्या 122 और 123 के चालकों ने बताया कि एक कोयला तस्कर द्वारा उपलब्ध कराई गई स्लिप के आधार पर दोनों ट्रकों को लोड कराया गया। बाद में जांच में यह स्लिप पूरी तरह फर्जी साबित हुई, जिसके बाद लोडर चालकों ने इसकी जानकारी तुरंत सीसीएल प्रबंधन को दी। सूचना मिलते ही पुलिस और सीसीएल की टीम ने संयुक्त छापेमारी कर तस्करी में इस्तेमाल किए गए दोनों ट्रकों के चालक, वाहन मालिक और संबंधित कोयला तस्कर के खिलाफ प्राथमिकी संख्या 128/2025 के तहत मामला दर्ज कर लिया।
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि मगध परियोजना क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं लगातार क्यों बढ़ रही हैं। कुछ समय तक कार्रवाई के बाद स्थिति शांत रहती है, लेकिन मौका मिलते ही कोयला माफिया फिर सक्रिय हो उठते हैं। ऐसे में यह बड़ी जांच का विषय है कि तस्करों को संरक्षण कहां से मिलता है और आखिर ये नेटवर्क कैसे बार-बार सक्रिय हो जाता है।
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