झारखंड में ‘ओवर-स्पीडिंग अवेयरनेस वीक’ शुरू, 24 जिलों में चलेगा अभियान — सड़क हादसों में मौतें घटाने पर फोकस

रांची: झारखंड के सड़क सुरक्षा विभाग ने सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों को कम करने के उद्देश्य से राज्य के सभी 24 जिलों में ‘ओवर-स्पीडिंग अवेयरनेस वीक’ की शुरुआत की है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य 18 से 35 वर्ष आयु वर्ग के युवाओं को ओवरस्पीडिंग और ब्लाइंड स्पॉट्स पर वाहन चलाने के खतरों के प्रति जागरूक करना है।
इस सप्ताह के दौरान हर जिले में रोड शो, नुक्कड़ नाटक, स्कूल और कॉलेजों में चर्चाएं और अन्य जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) 2023 की रिपोर्ट के अनुसार, झारखंड देश के उन पांच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में शामिल है — अंडमान-निकोबार, पंजाब, बिहार और उत्तर प्रदेश के साथ — जहां सड़क दुर्घटनाओं में मौतों की संख्या घायलों से अधिक रही।
रिपोर्ट के मुताबिक, 2023 में झारखंड में 5,316 सड़क दुर्घटनाएँ हुईं, जिनमें 4,130 लोगों की मौत और 3,586 लोग घायल हुए। इनमें से 2,584 घटनाएँ ओवरस्पीडिंग से जुड़ी थीं, जिनमें 2,215 मौतें और 1,794 घायल दर्ज हुए।
वर्ष 2024 में भी 2,374 हादसे और 1,600 से अधिक मौतें ओवरस्पीडिंग के कारण हुईं।
संयुक्त परिवहन आयुक्त प्रदीप कुमार ने बताया —
“अभियान का उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं को रोकना और मौतों को कम करना है। हर जिले ने अपना अलग कार्ययोजना बनाई है ताकि अधिक से अधिक लोगों, विशेषकर युवाओं तक यह संदेश पहुँचे।”
रांची के जिला परिवहन पदाधिकारी अखिलेश कुमार ने कहा कि पहले दिन शहर के प्रमुख चौराहों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया और सप्ताहभर के लिए विस्तृत कार्यक्रम तैयार किया गया है।
प्रशासन ने हाई एक्सीडेंट जोन में एम्बुलेंस की तैनाती और ‘रहवीर’ कार्यक्रम के तहत आम नागरिकों को सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों की मदद करने के लिए भी प्रेरित किया है।
अन्य चित्र



