जमशेदपुर में चतुर्थ बाल मेले की तैयारियाँ शुरू: सरयू राय ने स्लम बस्तियों के बच्चों को प्रतियोगिताओं में शामिल करने का निर्देश दिया

जमशेदपुर, 9 नवंबर — आगामी चतुर्थ बाल मेले की तैयारियों को लेकर रविवार को विधायक एवं मेला संरक्षक सरयू राय की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में 26 विद्यालयों के खेल प्रशिक्षकों और बाल कल्याण से जुड़े प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
यह बाल मेला 14 से 20 नवंबर तक साकची स्थित बोधि मैदान में आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों में सृजनात्मकता, खेल भावना और सामाजिक समावेश को प्रोत्साहित करना है। इसका आयोजन स्वर्णरेखा क्षेत्र विकास ट्रस्ट और नेचर फाउंडेशन द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है।
समावेशिता पर विशेष बल
इस बार मेले की एक उल्लेखनीय पहल यह होगी कि स्लम बस्तियों में रहने वाले बच्चे, जिनमें कई विद्यालय नहीं जाने वाले बच्चे भी शामिल हैं, प्रतियोगिताओं में भाग लेंगे। यह पहल बाल आयोग के सदस्य संजय जी के सुझाव पर की गई है, ताकि वंचित वर्ग के बच्चे भी अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने के अवसर से वंचित न रहें।
श्री राय ने बैठक में निर्देश दिया कि ऐसे बच्चों को प्राथमिकता के आधार पर शामिल किया जाए, जिससे मेला एक अधिक समान और समावेशी मंच बन सके।
डिजिटल माध्यमों से जागरूकता अभियान
मेला आयोजन समिति की सदस्य मंजू सिंह ने बताया कि इस वर्ष सोशल मीडिया के माध्यम से बाल मेले की जानकारी व्यापक रूप से बच्चों तक पहुँचाई जाएगी। प्रशिक्षकों के कई उपयोगी सुझावों को तत्काल स्वीकार कर आयोजन की रूपरेखा को और प्रभावी बनाया गया।
बैठक में संयोजक मनोज सिंह, सुधीर सिंह और अन्य कई पदाधिकारी उपस्थित रहे।
जमशेदपुर का यह चतुर्थ बाल मेला केवल एक सांस्कृतिक आयोजन नहीं, बल्कि समाज के सामूहिक दायित्व का प्रतीक बनकर उभर रहा है। वंचित वर्ग के बच्चों को इसमें शामिल कर यह मेला समानता, संवेदना और सहभागिता के आदर्श मूल्यों को सशक्त करने का कार्य करेगा।
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