25 वर्षों की यात्रा: झारखंड पुलिस ने 10,769 नक्सलियों को पकड़ा, बल में 170% की वृद्धि

झारखंड पुलिस ने राज्य गठन के बाद 25 वर्षों में नक्सलवाद, साइबर अपराध और कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर उल्लेखनीय सफलता हासिल की है।
पुलिस प्रवक्ता सह आईजी अभियान डॉ. माइकल राज एस ने प्रेसवार्ता में बताया कि 2001 से सितंबर 2025 तक 10,769 नक्सलियों को गिरफ्तार, 324 ने आत्मसमर्पण किया और 235 मारे गए।
नक्सल प्रभावित SRE जिलों की संख्या 2005 में 16 से घटकर अब 4 रह गई है, हालांकि इस संघर्ष में 555 सुरक्षा बलों ने शहादत दी।
बल-विस्तार और संस्थागत विकास
राज्य गठन के समय 29,295 का पुलिस बल अब बढ़कर 79,035 हो गया है — यानी 170% वृद्धि।
इस अवधि में आईआरबी, एसआईआरबी, एसआईएसएफ, एटीएस और झारखंड जगुआर जैसे विशेष बल गठित किए गए।
राज्य में वर्तमान में 584 थाने और 91 ओपी हैं, जिनमें महिला और साइबर थाने भी शामिल हैं।
साइबर अपराध नियंत्रण और ढांचागत सुधार
2016 से सितंबर 2025 के बीच 10,480 साइबर अपराध मामले दर्ज हुए, जिनमें 7,172 अपराधियों की गिरफ्तारी हुई और ₹2.8 करोड़ से अधिक की जब्ती की गई।
झारखंड पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन ने 414 थाने, 2,547 क्वार्टर और 15,386 बैरक बेड का निर्माण कर बुनियादी ढांचे को सशक्त किया है।
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