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झारखंड JSSC CGL पेपर लीक पर बाबूलाल मरांडी का बड़ा हमला, पूर्व DGP और सरकार पर गंभीर आरोप

Sanjana Kumari
22 नवंबर 2025 को 03:58 am बजे
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UP STF’s Arrest of Vinay Sah Triggers Political Uproar in Jharkhand as Babulal Marandi Flags Lapses in CGL Leak Probe

झारखंड स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (JSSC) की CGL परीक्षा पेपर लीक मामले में आरोपी विनय साह की गिरफ्तारी के बाद राज्य की राजनीति गरम हो गई है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ‘X’ पर एक विस्तृत पोस्ट जारी कर राज्य सरकार, पूर्व DGP अनुराग गुप्ता और झारखंड पुलिस की भूमिका पर कई गंभीर सवाल उठाए हैं।

मरांडी ने कहा कि जिस कार्यवाही को लेकर झारखंड पुलिस “एक वर्ष से असफल” रही, उसे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर UP STF ने अंजाम दिया। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर विनय साह की गिरफ्तारी हाई कोर्ट की सुनवाई समाप्त होने के तुरंत बाद ही क्यों हुई।

पूर्व DGP पर आरोप, मुख्य आरोपी अभी भी फरार

मरांडी ने दावा किया है कि इस मामले का मुख्य अभियुक्त अनीश अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। उन्होंने सूत्रों के हवाले से आरोप लगाया कि पूर्व DGP अनुराग गुप्ता ने “भारी रकम लेकर” अनीश की गिरफ्तारी में देरी करवाई, ताकि पेपर लीक से जुड़े डिजिटल सबूत नष्ट हो सकें।

मरांडी के अनुसार, “हमारे पास पुख्ता सूचना है कि नेपाल, रांची, हजारीबाग और नियामतपुर में जिन छात्रों को प्रश्नों के उत्तर रटवाए गए, उन सभी के स्वीकारोक्ति बयान CID बदल रही है, ताकि कुछ सफेदपोशों को बचाया जा सके।”

CID टीम को दो बार बदले जाने पर भी सवाल

उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि पेपर लीक की जांच कर रही CID टीम को जांच के दौरान दो बार क्यों बदला गया, जबकि इस पर हाई कोर्ट ने भी कड़ी आपत्ति जताई थी।

मरांडी ने आयोग और परीक्षा एजेंसी के अधिकारियों से अब तक पूछताछ न होने पर भी गंभीर सवाल खड़े किए। उनका कहना है कि शुरुआत में आयोग ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर छात्रों द्वारा प्रस्तुत साक्ष्यों को “एडिटेड” बता दिया था, जबकि यह जांच का विषय था।

UP STF की गिरफ्तारी पर मरांडी का दावा

मरांडी ने आजतक की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि आरोपी विनय साह ने स्वीकार किया है कि उसने रांची के एक होटल में ठहरकर पेपर लीक की साजिश रची और छात्रों को नेपाल ले जाकर उत्तर रटवाए।

उन्होंने दावा किया कि फरार आरोपी अनीश का सीधा संपर्क परीक्षा आयोजित करने वाली एजेंसी, आयोग के कुछ अधिकारियों और पूर्व DGP अनुराग गुप्ता से है।

मुख्यमंत्री पर निशाना, CBI जांच की मांग

मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर भी निशाना साधा और कहा कि “राज्य सरकार इस पूरे मामले को सिर्फ धन उगाही का मामला बताने में लगी हुई है।”
उन्होंने मांग की कि अगर सरकार की मंशा साफ है तो CBI जांच की अनुशंसा की जाए।

मरांडी ने संदेश दिया कि समय और परिस्थितियाँ बदलती रहती हैं, “लेकिन सत्य नहीं बदलता।”
उन्होंने युवाओं को आश्वासन दिया कि भाजपा झारखंड इस लड़ाई में उनके साथ खड़ी रहेगी।

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