बिहार चुनाव में ‘राजनीतिक धूर्तता’ का शिकार हुआ झामुमो, मंत्री सुदिव्य कुमार बोले – राजद और कांग्रेस को भुगतना होगा परिणाम
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के चुनाव न लड़ने के फैसले ने महागठबंधन में तनाव बढ़ा दिया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और झारखंड सरकार के मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने सोमवार को प्रेस वार्ता में राजद और कांग्रेस पर “राजनीतिक धूर्तता” का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इन दोनों दलों ने झामुमो को सीट बंटवारे में नजरअंदाज कर गठबंधन की मर्यादा तोड़ी है।
सुदिव्य कुमार ने कहा कि राजद ने झामुमो की राजनीतिक आकांक्षाओं को कुचल दिया और उसकी बिहार में बढ़ती संगठनात्मक उपस्थिति को रोकने की कोशिश की। उन्होंने चेतावनी दी कि “इस धोखे का खामियाजा राजद और कांग्रेस को भुगतना पड़ेगा” और इसका असर न केवल बिहार बल्कि झारखंड की राजनीति पर भी पड़ेगा।
उन्होंने बताया कि 7 अक्टूबर को उन्होंने और झामुमो नेता विनोद पांडेय ने पटना में राजद नेतृत्व से मुलाकात की थी। उस समय झामुमो की गठबंधन में भागीदारी और सीट समायोजन का आश्वासन दिया गया, लेकिन उसके बाद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
सुदिव्य ने कांग्रेस पर भी आरोप लगाया कि उसने गठबंधन धर्म की अनदेखी की। उन्होंने कहा, “झामुमो हमेशा गठबंधन का आदर करता रहा है। 2019 में हमारी सरकार ने राजद विधायक सत्यानंद भोक्ता को पूरे कार्यकाल में मंत्री पद दिया।”
झामुमो ने स्पष्ट किया है कि वह इस प्रकरण के बाद गठबंधन की समग्र समीक्षा करेगा और “झारखंडी हितों की रक्षा” के लिए भविष्य में स्वतंत्र निर्णय लेने से पीछे नहीं हटेगा।


