मोकामा में जनसुराज समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या; अनंत सिंह सहित कई नामजद, चुनावी तनाव बढ़ा

मोकामा (पटना जिला), बिहार — भदौर थाना क्षेत्र में जनसुराज पार्टी के समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या के बाद इलाके में तनाव फैल गया। घटना के बाद ग्रामीणों में तीखा आक्रोश दिखा और भारी पुलिस बल तैनात किया गया।
करीब 16 घंटे के प्रयास के बाद शुक्रवार सुबह पुलिस दुलारचंद यादव के शव को उनके गांव तारतर से बाढ़ अनुमंडल अस्पताल ले जाने में सफल हुई। ग्रामीण न्याय और त्वरित कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए थे।
कई एफआईआर दर्ज, पूर्व विधायक नामजद
पुलिस ने घटना को लेकर तीन अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की हैं। मृतक के पौत्र नीरज कुमार के बयान पर पूर्व विधायक अनंत सिंह, कर्मवीर सिंह, राजवीर सिंह, कंजय सिंह और छोटन सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
जितेंद्र कुमार की ओर से दर्ज की गई दूसरी शिकायत में 100 से अधिक लोगों को आरोपी बनाया गया है, जो मामले में व्यापक राजनीतिक संलिप्तता की ओर संकेत करता है।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, पहले दुलारचंद यादव को गोली मारी गई और फिर वाहन से कुचलकर उनकी निर्मम हत्या की गई।
चुनावी हिंसा का इतिहास
मोकामा और आसपास का क्षेत्र लंबे समय से चुनावी हिंसा और राजनीतिक बदले की घटनाओं के लिए कुख्यात रहा है।
प्रमुख घटनाएँ:
1991 — बाढ़ उपचुनाव में कांग्रेस एजेंट सीताराम सिंह की हत्या, आठ लोग घायल
2000 — भावनचक गांव में बाहुबलियों की भिड़ंत, कई मौतें
2005 — नौरंगा-जलालपुर गांव में तीन लोगों की हत्या
ये घटनाएँ एक बार फिर प्रश्न खड़ा करती हैं कि चुनावी मौसम आते ही मोकामा में हिंसा क्यों भड़क उठती है।
News - Kusum Kumari
अन्य चित्र



