रिम्स रांची में बाहर से दवा खरीदते मरीज, मंत्री इरफान अंसारी ने खुद पकड़ी बड़ी लापरवाही

झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने आज रिम्स में ऐसा नज़ारा देखा, जिसने सिस्टम की पोल खोल कर रख दी।
हादसे में घायल मरीजों से मिलने पहुंचे मंत्री को पता चला कि रिम्स में भर्ती मरीजों को दवाइयाँ अस्पताल से नहीं मिल रहीं — उन्हें बाहर से खरीदनी पड़ रही है!
क्रिटिकल केयर ICU के बाहर एक परिजन को बाहर से खरीदी दवाइयों के साथ देखा गया, जिसमें पेंटोप्राजोल जैसी ज़रूरी दवा भी शामिल थी।
मरीजों ने बताया कि सलाइन से लेकर ज़रूरी इंजेक्शन तक, सब बाहर से लेना पड़ता है।
मंत्री ने इस पर सख्त नाराज़गी जताई और रिम्स निदेशक व अधीक्षक को फटकार लगाते हुए कहा—
“यह मेडिकल कॉलेज है, मज़ाक नहीं! यदि दवाइयाँ तक नहीं मिलेंगी, तो यह गंभीर लापरवाही है।”
मंत्री ने सभी वार्डों के नियमित निरीक्षण और दवा आपूर्ति पर सख्ती से निगरानी करने के निर्देश दिए।
उन्होंने यह भी कहा कि गरीब मरीजों को निजी अस्पतालों द्वारा ठगकर रिम्स भेजना अपराध है, और ऐसे अस्पतालों पर कार्रवाई होगी।
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