घाटशिला उपचुनाव: हेमंत सोरेन का चंपाई सोरेन पर वार, बोले- भाजपा में जाने से झामुमो पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा

मुसाबनी (झारखंड): मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को मुसाबनी की जनसभा में भाजपा और अपने चाचा चंपाई सोरेन पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि चंपाई सोरेन का भाजपा में जाना झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) को किसी भी तरह प्रभावित नहीं करेगा।
मुख्यमंत्री घाटशिला विधानसभा उपचुनाव में झामुमो प्रत्याशी सोमेश चंद्र सोरेन के पक्ष में प्रचार कर रहे थे।
“हमने चाचा चंपाई सोरेन को मुख्यमंत्री बनाया था, लेकिन वे व्यक्तिगत स्वार्थ में भाजपा में चले गए। उनके जाने से पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ता,” मुख्यमंत्री ने कहा।
सीएम ने मतदाताओं को आगाह करते हुए कहा कि भाजपा जनता को भ्रमित करने की राजनीति कर रही है। चुनाव के समय कई लोग वोट मांगने आएंगे, लेकिन आपको अपने विवेक से मतदान करना है।
“कई लोग सड़कों पर उतरेंगे, प्रचार गाड़ियां चलेंगी, पर आपको सोच-समझकर वोट करना है। कुछ लोग सिर्फ अपना स्वार्थ साधने आएंगे,” उन्होंने कहा।
मुख्यमंत्री ने सोमेश चंद्र सोरेन को “कोरे कागज” की तरह बताते हुए कहा कि घाटशिला की जनता जो उसपर लिखेगी, वही उनका भविष्य बनेगा।
“सोमेश आने वाली पीढ़ी के लिए तैयार नेता हैं। वे आपकी सेवा में 24 घंटे रहेंगे। आपने जो स्नेह रामदास दा को दिया था, वैसा ही आशीर्वाद सोमेश को भी दें,” सीएम ने अपील की।
भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि देश में एक ओर व्यापारियों की जमात है और दूसरी ओर गरीब, गुरबा, आदिवासी और मूलवासी हैं।
“ये लोग आदिवासी और पिछड़ों को पीछे धकेलने में लगे हैं। जब जरूरत होगी तब पैर पकड़ लेंगे, बाद में गर्दन पकड़ लेंगे। ये देने वाले नहीं, लेने वाले लोग हैं,” उन्होंने कहा।
घाटशिला विधानसभा उपचुनाव अब झारखंड की सियासत का केंद्र बन चुका है। एक ओर भाजपा संगठन शक्ति पर भरोसा जता रही है, तो दूसरी ओर झामुमो भावनात्मक जुड़ाव और जनाधार के सहारे जनता के बीच उतर चुकी है।
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