झारखंड सरकार का ‘विजन 2050’: गरीबी और बेरोजगारी समाप्त करने का संकल्प, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का बयान

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार ‘विजन 2050’ के तहत ऐसा ढांचा तैयार कर रही है, जिससे आने वाले 25 वर्षों में झारखंड में गरीबी, बेरोजगारी और शोषण की कोई गुंजाइश न रहे। वे मोरहाबादी मैदान में आयोजित राज्य के 25वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे, जहां राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर ₹8,799 करोड़ की 1,087 योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के खनिज देश के उद्योगों को ऊर्जा देते हैं, इसलिए राज्य को उसके अधिकार और सम्मान मिलने चाहिए।
शिक्षा, तकनीक और ग्रामीण विकास पर फोकस
मुख्यमंत्री ने बताया कि बजट का आधा हिस्सा महिलाओं के लिए सुरक्षित किया गया है। शिक्षा के क्षेत्र में लगातार नए आयाम बन रहे हैं और स्वास्थ्य व तकनीक में भी दीर्घकालिक निवेश किया जा रहा है, ताकि आने वाली पीढ़ी स्वयं और राज्य—दोनों को मजबूत बना सके।
उन्होंने कहा कि विकसित भारत का मार्ग गांवों के विकास से होकर गुजरता है, इसलिए ग्रामीण बुनियादी ढांचे को मजबूत करना सरकार की प्राथमिकता है।
संघर्ष और विरासत का स्मरण
हेमंत सोरेन ने अपने पिता दिशोम गुरु शिबू सोरेन को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी और कहा कि आदिवासी और मूलवासी समाज के अधिकारों के लिए उनका संघर्ष हमेशा प्रेरणा बना रहेगा। उन्होंने कहा कि अब राज्य के विकास का दायित्व सभी नागरिकों और संस्थाओं पर है।
फैक्ट फाइल
₹4,475 करोड़ — 209 योजनाओं का शिलान्यास
₹4,324 करोड़ — 878 योजनाओं का उद्घाटन
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