घाटशिला उपचुनाव: झामुमो–भाजपा मुकाबले के बीच इंडिया गठबंधन ने बढ़ाई चुनावी रफ्तार

घाटशिला विधानसभा उपचुनाव को लेकर राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। झारखंड के इस आदिवासी बहुल क्षेत्र में मुकाबला झामुमो और भाजपा के बीच प्रतिष्ठा का मंझा हुआ है। दोनों दलों ने सियासी प्रभाव वाली परिवारिक पृष्ठभूमि के उम्मीदवारों को उतारकर चुनाव को खासा दिलचस्प बना दिया है।
प्रमुख प्रत्याशी
झामुमो ने दिवंगत मंत्री रामदास सोरेन के पुत्र सोमेश सोरेन को उम्मीदवार बनाया है। वहीं भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के पुत्र बाबूलाल सोरेन को मैदान में उतारा है। इस प्रकार चुनाव सीधे दो प्रभावशाली परिवारों की साख से भी जुड़ गया है।
कांग्रेस की तैयारियां
गठबंधन उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करने के लिए झारखंड कांग्रेस ने 43 सदस्यीय कैम्पेन कमेटी बनाई है, जिसमें शामिल हैं:
केशव महतो कमलेश (अध्यक्ष)
प्रदीप यादव (विधायक दल के नेता)
राजेश कच्छप
प्रदीप बलमुचू
मंत्री रामेश्वर उरांव और बन्ना गुप्ता
दीपिका पांडेय सिंह, डॉ. इरफान अंसारी, बंधु तिर्की, अजय कुमार, सुखदेव भगत, कालीचरण मुंडा और अन्य
यह समिति बूथ-स्तर तक पहुंच सुनिश्चित करने, मतदाताओं से संवाद करने और गठबंधन समन्वय में अहम भूमिका निभाएगी।
गठबंधन की रणनीति
कांग्रेस ने कहा है कि वह गठबंधन उम्मीदवार की जीत के लिए पूरी ताकत झोंकेगी और कार्यकर्ता घर-घर जाकर संपर्क अभियान चलाएंगे। ग्रामीण एवं आदिवासी बहुल इलाकों में जनादेश हासिल करना इस चुनाव का निर्णायक पहलू माना जा रहा है।
घाटशिला उपचुनाव झारखंड में राजनीतिक समीकरणों की अहम परीक्षा है, जहां गठबंधन की एकजुटता, नेतृत्व की विश्वसनीयता और जमीनी संगठनात्मक क्षमता पर जनता की नज़र रहेगी।
यह भी पढ़े - घाटशिला उपचुनाव में JLKM की एंट्री से समीकरण बदले, JMM-BJP के लिए चुनौती गहरी
अन्य चित्र

Ghatshila by-election


